Monday, December 28, 2020

22. नजारां हैं अति सुंदर श्री

 

भजन -22

   

नजारां हैं अति सुंदर श्री सतगुरु के दर्शन का

हर्ष में झूम जाता है रोम हर रोम मेरे मन का

 

1. श्री दर्शन महातीर्थ, जो सेवन करता मन चित से -2

    मुक्त त्रय ताप से होता, मिटे भय भव के बंधन का -2

    हर्ष मे झूम...................

 

2. सुशीलता करता दो नैना, तपश दिल की मिटाता है -2

    तसव्वुर ध्यान जब जाता, ह्रदय जब ईष्ट प्रीतम का -2

    हर्ष मे झूम...................

 

3. सता सकती ना मोह व्याधि, प्रभु चरणन अराधक को -2

    गुजरता साँसो की लय में, नाम सुमिरण का हर मनका -2

    हर्ष मे झूम...................

 

4. आलौकिक सुख भरी घड़ियाँ, मिलीं हमको नसीबों से -2

    दास पा जाता है मानो, सुदुर्लभ लाभ जीवन का -2

    हर्ष मे झूम...................

 

 

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