भजन -19
प्रभु ऐसी आशीष दो
अपनी प्रेमा भक्ति की ऐसी बख्शीश दो
1. हर
जन्म मेरी ये ही पुकार है
चरणों
की छाया दीजों, तेरा उपकार है
हाथ
रखों सिर पे मेरे, ऐसी आशीष दो प्रभु........
2. जीवन
समर्पित है श्री चरणार में
एक
-2 स्वांस लग, जाए तेरे दरबार में
छुटे
ना दामन तेरा, चाहे मेरा शीश लो दो ऐसी आशीष...........
3. जन्मों
जन्म तक प्यास यही है
निभ
जाए तोड़, मेरी आस यही है
केवल
अपनी -2 अपनी प्रीत दो, दो ऐसी आशीष...........
4. रखना
हमेशा मेरा हाथ तुम थाम के
जब
भी ये दम मेरा निकले, आँऊ तेरे धाम में
मेरे
इन नैनों को अपना ही दीद दो दो ऐसी आशीष...........
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