भजन
-2
सेवा सिमरन आरती पूजन ये साँचा धन सार
स्वाँस स्वाँस प्रभु नाम सिमर ले कहे
सत्पुरुष पुकार
सफल होगा ये नर तन सफल होगा ये जीवन
1. सत् नाम का दीप जला के मोह अंधकार मिटाना -2
सार शब्द में सुरति की तार से तार मिलाना -2
किसी काल में फिर यम कोई, कर ना सकेगा वार सफल
होगा..............
2. कोटि जन्म से भूला मोह - अंधकार में भोले -2
अज्ञान की जलधारा मे खाये बहुत झकोलें -2
समय सुनहरी हाथ मे है अब, रूह का काज संवार सफल
होगा..............
3. फिर ना मिले ये नर तन फिर ना शरण संतों की -2
ये यथार्थ सत्य है वाणी कहती ग्रंथों की -2
धारण कर तू देख ह्र्दय में आवागमन निवार सफल होगा..............
4. सत्पुरुष दया के सागर सत मार्ग दर्शायें -2
काल माया का संकट टाले सेवक को बचाएँ -2
वचन मुबारिक श्री सतगुरु के दासन पर उपकार सफल होगा..............
*****