भजन -66
संत शरण जो आएगा नाम खजाना पायेगा
दर पर जो झुक जाएगा, सर ऊँचा हो जाएगा
1.
सतगुरु भाग्य जगाते है, रहमत वो
बरसाते है
जागेगा सो
पायेगा, पायेगा तर जाएगा संत शरण..............
2.
प्रीत जगा गुरु चरनन में , स्वांस
लगा ले सुमिरन में
जन्म मरन
मिट जाएगा भव बंधन कट जाएगा संत शरण.............
3.
गुरु से रिश्ता ख़ास रहे, और ना कोई
आस रहे
वो
गुरुमुख कहलाएगा, चुग चुग मोती खायेगा संत शरण..............
4.
नेक कमाई साथ लिए, नाम का तोशा हाथ
लिए
दरगाह में जो जायेगा मान और इज्जत
पाएगा संत शरण..............
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