Friday, December 25, 2020

29. सतगुरु जी तेरा दर्शन पाकर

 

भजन -29

 

सतगुरु जी तेरा दर्शन पाकर, आँखों में सरूर आ जाता है -2

जब दर पे तुम्हारे पहुँचता हूँ, अपने पे गरुर आ जाता है -2

 

1. तू दाता सेवक हम तेरे, ये नाता है जन्मों का जी -2

बसे दिल में प्रभु दर्शन तेरा, इस दिल में उजाला तुमसे जी -2

जब दर्श तुम्हारा पाता हूँ, आँखों में सरूर आ जाता है जब दर............

 

2. मेरी करम कमाई तुमसे है, मेरी शान भी सतगुरु तुमसे है -2

इस दास की कोई औकात नहीं, ये जो कुछ भी है तुमसे है -2

तेरा नाम जुबां पर जब आता, होठों पे सरूर आ जाता है जब दर......

 

3. अपने प्रेमियों को सतगुरु जी तुम, सदा सच्ची राह दिखाते हो -2

चौरासी के चक्कर से प्रभु, तुम ही तो हमें बचाते हो -2

तेरा जिक्र जहां पर है आता, मेरा रोम-रोम मुस्काता है जब दर............

 

 

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