भजन -48
आज दिन बड़भागी समय सुहाना आया है
कोई किस्मत वाला गुरु चरणों में आया है
1. ये
दिव्य अनुपम रचना कितना सुंदर है नजारा
बैकुंठों
के नक्शे को धरती पे उतारा
देवी
देवताओं ने शीश झुकाया है कोई किस्मत...........
2. दरबार
बड़ा ये सच्चा यहाँ कर्मों वाले आते
भक्ति
की दात से अपनी झोलियाँ भर ले जाते
मेरे
सतगुरु स्वामी जी ने कर्म कमाया है कोई किस्मत...........
3. गुरुमुख
नसीबों वालो आज धन -2 भाग मना लो
अपने
सतगुरु जी पे तुम सद बलहारी जाओं
मिल
गई हमकों सतगुरु की छत्र छाया है कोई किस्मत...........
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