Friday, December 25, 2020

40. मेरी प्रीत लगी है हारा

 

भजन-40

 

मेरी प्रीत लगी है हारा वाले दे नाल -2

सूरत वेख प्यारी मैनू चढ़ गई नाम खुमारी

अपने गुरां तो मैं बलिहारी

 

1. पूजदे ने जेड़े तैनू नीता रख सुचियाँ

जग विच पदवीयाँ पा लईयाँ उचियाँ

करदे जेड़े वी हरजोई, ओदी मन्नत पूरी होई

मेरे गुरां जेहा नहीं कोई मेरी प्रीत.............

 

2. द्वारा मेरे गुरां जी दा बड़ा ही निराला है

मेरे हारा वाले जी दा रुतबा निराला है

ऐसा गुरां दा डेरा, जिस विच सबनू मिले बसेरा

बड़ा दयालु सतगुरु मेरा मेरी प्रीत............

 

3. कई भगत जन डुबदे वी तारे ने

कईयां दे तू बिगड़े काज संवारे ने

जेड़ा शरणी आए तुम्हारे, बाहँ फड़के पार उतारे

अपने गुरां तो मैं बलिहारी मेरी प्रीत............

 

 

*****