भजन-30
रिमझिम -2 बरसे बरसात खुशियों की
गुरु दरबार में आई है ये रात खुशियों की
1. प्यारा -2 दर्शन सतगुरु का पाया है
कुल दुनिया का मालिक धरती पर आया है
इनके चरणों में मिलती है हर दात खुशियों की गुरु
दरबार......
2. धरती अम्बर तारे सब झूम रहे है
प्यारे प्रभु के चरणों को सब चूम रहे है
कुदरत ने दी हमको सौगात खुशियों की गुरु
दरबार..........
3. भक्ति के भण्डारी ये सुख के दाता है
इनसे तो हमारा जन्मों का नाता है
हो गई सतगुरु से मुलाक़ात खुशियों की
गुरु............
4. हर युग में प्रभु धरती पर अवतार लेते है
अपने दासों को ये सब खुशियां देते है
हर घड़ी बीतेगी इनके साथ खुशियों की गुरु........
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