भजन -31
पाई घड़ियाँ ये कितनी सुहानी
आये शाहों के शाह रूहानी
1. भक्ति मुक्ति के दाता है आये यहाँ
रहमतों के भण्डारे है लाये यहाँ
नहीं दुनिया में कोई इनका सहानी आये.........
2. सबको प्यार दिया दीदार दिया
अपनी भक्ति का हमको आधार दिया
इनकी महिमा ना जाए बखानी आये.........
3. अपनी कृपा से दुःख सबके दूर किए
दामन खुशियों से सबके भरपूर किए
तन मन की करे कुरबानी आये..........
4. दास बनके शुक्र मनाये सदा
गीत सतगुरु की रहमत के गाए सदा
हम सब पर है की मेहरबानी आये...........
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