Friday, December 25, 2020

4. तू चंदा मैं चकोरा हूँ

 

भजन -4

 

  तू चंदा मैं चकोरा हूँ कमल तू है मैं भँवरा हूँ

  के तुझसे प्यार है मेरा तू ही आधार है मेरा तू………

 

1. तेरा दीदार जब पाऊँ खजाना रंक ने पाया -2

मैं त्याँगू प्राण देकर भी कोई कंजूस हो जैसा -2

मुझे कहते है दीवाना के मुझको तुमसे प्यार है........

   

2. जो इक पल तुझसे मैं बिछडू ना दिल को चैन आता है -2

विरह का दर्द रह रह कर मेरे प्रीतम सताता है -2

तू सागर है सतगुरु जी क्यूँ कि मैं मीन तेरा हूँ.........

 

3. ये तेरे प्रेम का पारस जो मेरे दिल से छू जाये -2

तो मेरा मन जो है लोहा निकल कंचन हो जाए -2

तू है स्वाँति सलील और मैं पपीहा एक प्यासा हूँ.........

 

4. सदा चरणों मे ही रखना के अपना दास कर लेना -2

किसी अपराध के कारण मुझे मत दूर कर देना -2

यही है अर्ज सतगुरु जी मेरी लाज रखना.............

 

 

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