भजन
-5
मेरे सतगुरु जी भगवान बक्शों भक्ति का
दान.........
1. दृष्टी रहमत की तो फिरा, ऐ दीनों के नाथ -2
छोड़ दिया है जग सारा, पकड़ा तेरा हाथ -2
तुम्हीं हो मीत सुजान, बक्शों भक्ति का दान.........
2.
पुतला हूँ मैं गुनाहों का, करो ना इस पर ध्यान
-2
निज श्री चरणों की भक्ति, बक्शों ऐ कृपा निधान -2
तेरा नाम है मेहरबान, बक्शों भक्ति का दान.........
3.
रूप बसे तेरा आँखों में, होठों पे तेरा नाम -2
इसी तरह से हो जाये, जीवन मेरे की शाम -2
यही कर दो प्रभु एहसान, बक्शों भक्ति का दान.........
4.
सेवक हूँ तेरे श्री चरणों का, कर दो पूरी आस -2
तेरा एक भरोसा है तेरा ही मैं दास -2
कर दो मेरा कल्याण, बक्शों भक्ति का दान.........
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