भजन
-25
आते है जग में महापुरुष डूबे हुए जीव तराने
भव सागर पार लगाने
1. जन्मों से बिछड़ी रूहों को मालिक के साथ मिलाते
कष्ट अपने तन पे उठा कर के जीवों के कष्ट मिटाते
वर्षा करते है भक्ति की हमे शीतल शांत बनाने
भवसागर.........
2. भक्ति क्या है माया क्या है सब खोल हमे बतलाते
किस कारण जीव यहाँ आया ये राज हमे समझाते
देते सुंदर उपदेश यहाँ भक्ति का पथ दर्शाने भवसागर.........
3. होता है उनका ध्येय केवल जीवों को सदा चिताना
घर -2 नाम का संदेशा गुरु ज्ञान का दीप जलाना
भक्ति सेवा और नाम की आते है दात लुटाने
भवसागर.........
4. उनकी किस्मत का क्या कहना जो शरण में इनकी आते
करके श्री चरणों की सेवा भक्ति का धन वो पाते
है दासन दास को शरण लिया उसकी किस्मत को जगाने
भवसागर......
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