भजन-13
जीवन खतम हुआ
तो, जीने का ढंग
आया,
जब शमा बुझ गयी तो, महफ़िल में रंग आया।
1. गाड़ी निकल गयी तो, घर से चला मुसाफ़िर,
फिर मायूस हाथ मलता, वापस बेरंग
आया, जीवन ख़त्म.........
2. मन की मशीनरी ने,जब ठीक चलना सीख़ा,
तब बूढ़े तन के हर एक, पुर्जे
में जंग आया, जीवन ख़त्म.........
3. फ़ुरसत के वक़्त में ना, सुमिरण का वक़्त पाया,
उस वक़्त वक़्त माँगा, जब
वक़्त तंग आया जीवन ख़त्म.........
4. आयु ने नत्था
सिंह तब, हथियार फैंक डालें,
यमराज फ़ौज लेकर, करने को जंग आया जीवन ख़त्म.........
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