भजन-48
कोई आया सखी फुलवरिया में
जैसे जादू है उनकी नजरिया में
1. सांवला एक है एक गोरा बदन
देख कर भी ना अब तक भरा मेरा मन
ऐसा रूप नहीं देखा उमरिया में जैसे जादू है..........
2. कोई कहता है दशरथ दुलारे है वो
यज्ञ रक्षा में असुरों को मारे है वो
तीर बांधे है कस कर कमरिया में जैसे जादू है..........
3. शादी उनसे होती हर हाल में
आया करते हमेशा वो ससुराल में
नैना डूबे रहते उनकी लहरिया में जैसे जादू है..........
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