भजन -26
तुम्ही मेरी
नईयां का किनारा तुम्ही हो
1. ये नर तन का
चोला बनाया है तुमने
सभी अंग ढंग से
सजाया है तुमने
तुम्ही मेरी नजरे नजारा तुम्ही मेरी जिन्दगी............
2. तुम्ही सूर्य
बनकर चमकते हो प्यारे
तुम्ही बिजली बनकर कड़कते हो प्यारे
तुम्ही चाँद तारे सितारा तुम्ही हो मेरी
जिन्दगी............
3. तुम्ही बन कर
बादल बरसते हो प्यारे
तुम्ही फूल बन कर महकते हो प्यारे
नदी सिन्धु सागर की धरा तुम्ही हो मेरी जिन्दगी............
4. कृपा कोप
करुणा, सभी काम तेरे
सभी रूप तेरे, सभी नाम तेरे
यति, भिक्षु, सतगुरु हमारा तुम्ही हो मेरी
जिन्दगी............
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