भजन-19
मर मर के जी रहे हैं, तेरे प्यार के बिना,
मर मर के जी रहे हैं, तेरे प्यार के बिना,
लगता नहीं है दिल कहीं, दिलदार के बिना।
मर मर के जी रहे हैं, तेरे प्यार के बिना।
1. फिरते हैं दर बदर, फिर सोचते हैं हम,
कदमों के
किसके सर रखें, सरकार
के बिना, मर मर के..........
2. आ जाओ ताकी तुमको भी, कुछ चैन तो मिले,
मिलने का
क्या मजा है, तलबग़ार
के बिना, मर मर के..........
3. मेला है ख़्वाहिशों का, दिल में लगा हुआ,
हम भीड़
में घिरे हैं, बाज़ार
के बिना मर मर के..........
4. सुन के मेरी गुज़ारिश, मुंह फेर चल दिए,
अब इनकार
कर दिया है, इंकार
के बिना मर मर के..........
5. बदलेगी नहीं तुम बिन, मेरी ये
जिंदगी,
खिलते
नहीं हैं फूल भी, बहार
के बिना, मर मर के..........
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