भजन-62
सीताराम सीताराम सीताराम गाये जा,
राम जी के चरणों में मन को लगाये जा,
1. झूठे जगत का झूठा है नाता
राम जी पिता है तेरे सीता जी माता
दोनों के
चरणों में शीश नवाए जा राम जी...........
2. चिंता तू छोड़ प्यारे राम जी है तेरे
हर पल हर घड़ी तेरे है नेड़े
सिया -2 गाये जा और राम को रिझाये जा राम जी...........
3. मिटी सब चिंता और कटे चौरासी
फटे तेरे खाते और छुटे यम फांसी
युगल छवि को अपनी आखों में बसाये जा राम जी...........
4. मिला कितने को सहारा इस इंसान
सिया अनुज को संभाला है सिया राम ने
प्यारे नाम नदी में तू डुबकी लगये जा राम जी...........
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